
पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो ने कहा है कि उनकी पाकिस्तान वापसी से राष्ट्रपति मुशर्रफ को कोई समस्या नहीं है लेकिन सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग (क्यू) मेरी वापसी से डर गई है इसलिए वह मेरी वापसी की राह में बाधा खड़ा कर रही है। बेनजीर भुट्टो ने 18 अक्टूबर को पाकिस्तान वापसी की घोषणा कर रखी है।
54 वर्षीय बेनजीर ने दुबई में कहा कि उनकी पाकिस्तान वापसी के निश्चित शिडच्यूल की घोषणा16 अक्टूबर को की जाएगी। कल पीपीपी के समर्थकों को संबोधित करते हुए बेनजीर ने कहा था कि वे स्वदेश वापसी में अब किसी किस्म की देरी नहीं करना चाहती हैं।
गौरतलब है कि पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने बेनजीर से अपील की थी कि वे राष्ट्रपति चुनाव पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही स्वदेश लौटें। बेनजीर भुट्टो ने मुशर्रफ के इस अनुरोध को ठुकरा दिया था।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के एक अधिकारी ने बताया कि बेनजीर पीपीपी के नेताओं समेत कुल 150 लोगों के साथ पाकिस्तान वापस लौटेंगी।
कोर्ट के फैसले के बाद लौटें बेनजीर : मुशर्रफ
सत्ता हस्तांतरण पर हुए समझौते के बाद पाकिस्तान लौटने की योजना बना रहीं पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो को राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने कहा है कि जब तक सुप्रीम कोर्ट राष्ट्रपति चुनाव पर फैसला नहीं दे देता तब तक वे पाकिस्तान न लौटें।
मुशर्रफ ने कहा कि बेनजीर को 18 अक्तूबर को पाकिस्तान नहीं लौटना चाहिए और उन्हें अपनी वापसी तब तक के लिए टाल देनी चाहिए जब सुप्रीम कोर्ट राष्ट्रपति चुनाव पर अपना फैसला नहीं दे दे। उनका कहना था कि पहले हम अपनी मुश्किलों पर काबू पा लें फिर उन्हें लौटना चाहिए।
जब उनसे पूछा गया कि यदि बेनज़ीर से उनकी सलाह नहीं मानी तो क्या उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा, तो उनका जवाब था कि सरकार की ऐसी कोई योजना नहीं है और कानून के मुताबिक़ ही कार्रवाई होगी। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की प्रमुख बेनजीर भुट्टो ने अठारह अक्तूबर को पाकिस्तान लौटने की घोषणा की है।
उधर सुप्रीम कोर्ट में परवेज मुशर्रफ के खिलाफ मामला चल रहा है जिसमें उनके सेना अध्यक्ष रहते हुए राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने को चुनौती दी गई है। राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को राष्ट्रपति चुनाव में भारी बहुमत से जीत मिली है लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के कारण इस जीत की अधिकृत घोषणा नहीं हुई है।
इससे पहले परवेज मुशर्रफ और बेनजीर भुट्टो के बीच एक समझौते की घोषणा हो चुकी है जिसके तहत बेनजीर भुट्टो सहित सभी राजनेताओं के खिलाफ 1986 से 1999 के बीच लगे सभी भ्रष्टाचार के आरोप वापस लिए जाने हैं।